Main Shabari Hoon Ram Ki (Hindi Edition)
From the Publisher
ASIN : B09M4D97YJ
Publisher : Prabhat Prakashan (17 November 2021)
Language : Hindi
File size : 4049 KB
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Urvashi Agrawal ‘Urvi’
उर्वशी अग्रवाल 'उर्वी'
बाल्यकाल से ही कविताएँ लिखने में विशेष रुचि। समय के साथ-साथ ग़ज़लें लिखने का भी अनुभव। महिला विषयों, विशेषकर उनकी विभिन्न भावनाओं को कविताओं, ग़ज़लों, दोहों और चौपाइयों के माध्यम से प्रस्तुत करती हैं। हिंदी के अतिरिक्त सरैकी भाषा में भी काव्य सृजन। आकाशवाणी द्वारा आयोजित हिंदी व सरैकी के कई काव्य प्रसारणों व कविता पाठ में सम्मलित हुई हैं। अनेक टी.वी. चैनलों के कार्यक्रमों में कविताएँ व ग़ज़लें प्रस्तुत की हैं। अब तक लगभग एक हज़ार हिंदी कविताओं व पाँच सौ ग़ज़लों का सृजन। पाँच कविता व ग़ज़ल-संग्रह शीघ्र ही प्रकाशित होने वाले हैं, जिनमें प्रमुख हैं खण्डकाव्य ‘व्यथा कहे पंचाली’ व दोहा संग्रह ‘मैं शबरी हूँ राम की’। दिल्ली व उसके आप-पास होने वाले कवि सम्मेलनों एवं मुशायरों में सक्रिय भागीदारी।काव्य मंच संचालन में सिद्धहस्त एवं कई सफल कवि सम्मेलनों, काव्य गोष्ठियों का संचालन कर चुकी हैं। Add to Cart Add to Cart Add to Cart Add to Cart Customer Reviews 4.3 out of 5 stars 514 5.0 out of 5 stars 4 — — — 4.6 out of 5 stars 28 Price ₹200.00₹200.00 ₹225.00₹225.00 ₹279.00₹279.00 ₹51.45₹51.45 ₹51.45₹51.45 ₹116.00₹116.00 Other recommanded books click & buy click & buy click & buy click & buy click & buy click & buy
Main Shabari Hoon Ram Ki by Urvashi Agrawal ‘Urvi’
श्री रामचरितमानस के इस अत्यंत महत्त्वपूर्ण पात्र को अपने भीतर और अपने आस-पास तलाश करने का प्रयास करें।
ASIN : B09M4D97YJ
Publisher : Prabhat Prakashan (17 November 2021)
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