Purushottam Parashuram: Rediscovering the Heroic Legend of Lord Parashuram (Hindi Edition)

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PURUSHOTTAM PARASHURAM by Pt. Vijay Shankar Mehta

PURUSHOTTAM PARASHURAM by Pt. Vijay Shankar Mehta PURUSHOTTAM PARASHURAM by Pt. Vijay Shankar Mehta

पुरुषोत्तम परशुराम के अनुपमेय जीवन का सांगोपांग दर्शन कराती पठनीय पुस्तक।

पृथ्वी पर जब-जब अधर्म ने अपना अधिक प्रभाव दिखाया; तब-तब कुछ दिव्यात्माओं ने अपनी लीला दिखाई। भगवान् विष्णु के दस अवतारों में भगवान् परशुराम को भी एक माना जाता है। वे महर्षि जमदग्नि और रेणुका के पुत्र थे। राजा कार्तवीर्य; जिसे सहस्रार्जुन भी कहा गया है; ने एक बार जमदग्निजी के आश्रम पर आक्रमण करके कामधेनु गाय का अपहरण किया। परशुरामजी ने सहस्रार्जुन से युद्ध किया और दंड-स्वरूप उसका वध कर दिया। सहस्रार्जुन के पुत्रों ने परशुरामजी की अनुपस्थिति में आश्रम पर आक्रमण कर उनके पिता जमदग्निजी की हत्या कर दी थी। इस विराट् व्यक्तित्व पर यह नाटक इसीलिए तैयार किया जा रहा है कि उनके उद्देश्यों को हम आज भी अपने निजी; पारिवारिक और राष्ट्रीय जीवन में उतार सकें। प्रयास यही किया गया है कि इनके चरित्र से संबंधित घटनाएँ शास्त्रों के आधार पर प्रामाणिक रहें। किंतु अलग-अलग शास्त्रों और साहित्य में घटनाओं के वर्णन में भिन्नता है। यह नाट्य-साहित्य केवल शोध की दृष्टि से तैयार नहीं किया गया है वरन् इसका उद्देश्य है; परशुरामजी के अद्भुत व्यक्तित्व को आज के हमारे जीवन से जोड़ना। __________________________________________________________________________________________________________________________________

नई दृष्टि और अद्भुत वाक्-शैली के साथ धर्म व अध्यात्म पर व्याख्यान के लिए देश और दुनिया में जाने जाते हैं पं. विजयशंकर मेहता। वर्ष 2004 से अब तक 75 विषयों पर लगभग 3, 000 व्याख्यान दे चुके हैं। 20 वर्ष रंगकर्म-पत्रकारिता में बिताने के बाद 12 वर्षों से आध्यात्मिक विषयों पर व्याख्यान का लोकप्रिय सिलसिला जीवन से जोड़ते हुए नई दृष्टि से श्रीमद्भागवत, श्रीरामकथा, शिवपुराण तथा हनुमत-चरित्र पर कथा कह रहे हैं।

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Publisher ‏ : ‎ Prabhat Prakashan (15 December 2017)
Language ‏ : ‎ Hindi
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Kaliyug Sarvashreshtha Hai: Rediscovering Wisdom in Modern Times (Hindi Edition)

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Kaliyug Sarvashreshtha Hai by Mahayogi Swami Buddha Puri (Author)

Kaliyug Sarvashreshtha HaiKaliyug Sarvashreshtha Hai

परमात्मा से संपर्क साधने का नाम ही वेदांत है।”

Kaliyug Sarvashreshtha Hai

Kaliyug Sarvashreshtha Hai

Kaliyug Sarvashreshtha Hai

Kaliyug Sarvashreshtha Hai

Kaliyug Sarvashreshtha Hai

Kaliyug Sarvashreshtha Hai Kaliyug Sarvashreshtha HaiKaliyug Sarvashreshtha Hai
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Publisher ‏ : ‎ Prabhat Prakashan (5 October 2021)
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