Srimad Bhagavad Gita – Sacred Text for Self-Realization & Spiritual Enlightenment | Discover India’s Ancient Vedic Wisdom | Timeless Religious Teachings: Read & Understand Complete Gita in Short Time


ASIN ‏ : ‎ B09DBHT53S
Publisher ‏ : ‎ Gurumaa Vani (21 August 2021)
Language ‏ : ‎ English
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Devi-Devtaon ki Kahaniyan: Timeless Myths and Legends of Hindu Mythology (Hindi Edition)

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Devi-Devtaon ke Rahasya by Devdutt Pattnaik

Devi-Devtaon ki KahaniyanDevi-Devtaon ki Kahaniyan

हिंदुओं की आस्था के केंद्रबिंदु देवी-देवताओं के चित्रों के माध्यम से धार्मिक नवजागरण का मार्ग प्रशस्त करती एक पठनीय पुस्तक।

हिंदू धर्म में देवी-देवताओं की बहुत मान्यता है। घर-घर में अनेक देवी-देवताओं की पूजा-अर्चना अपूर्व श्रद्धा; आस्था; प्रेम और विधि-विधान से की जाती है। हिंदू धर्म में ऐसी मान्यता भी है कि इन देवी-देवताओं की संख्या करोड़ों में है। इनके प्रति असीम भक्ति और मान्यताओं ने ही इनकी अनेक कथाओं को जन्म दिया। रामायण; गीता; उपनिषद आदि अनेक ग्रंथ और पुराणों में इन्हीं वंदनीय देवी-देवताओं की रोचक एवं मनोरंजक कथाएँ प्रचलित हैं। प्रस्तुत पुस्तक पुराणों तथा अन्य हिंदू वाङ्मय-गं्रथों से चुनी गई ऐसी श्रेष्ठ कथाओं का संग्रह है; जो अनेक देवी-देवताओं के रहस्यमयी जीवन की घटनाओं को उजागर करती हैं। अपने धर्म के प्रति आस्था जाग्रत् करने और इष्टदेवी-देवताओं के प्रति भक्ति में तल्लीन होने का संदेश देती पठनीय पुस्तक।

अनुक्रम

अपनी बातसमुद्र—मंथन की कथाइंद्र और नमुचि की कथागायों की मुक्तिमधु-विद्या का रहस्यअगस्त ऋषि का शापत्रिपुरासुर संहार कथादरिद्रता का कोपकालयवन वधशिव की महिमाभगवान विष्णु की आराधनाभक्ति की सामर्थ्यमायापति की मायाशंकर के अंशभक्त की पुकारभगवान कृष्ण की मायासूर्य देव का विवाहमहिषासुर की कथाशिव का वरदानमाँ दुर्गा की कथा

भगवान विष्णु

भगवान विष्णु

चक्रवर्ती सम्राट

चक्रवर्ती सम्राट

महर्षि

महर्षि देवेंद्र ने उनसे कहा, “हे अंतर्यामी! आपसे कुछ छुपा नहीं है

भगवान विष्णु कुछ देर मौन रहे, फिर बोले, “मेरी बात ध्यान से सुनो, तभी तुम्हारा कल्याण सुनिश्चित है। तुम्हारे शत्रुओं ने तुम पर विजय प्राप्त कर ली है, इसलिए अभी तुम्हें उनके साथ संधि कर लेनी चाहिए।”

“परंतु देव, हम संधि कैसे करें?” देवेंद्र बोले, “असुर तो हर अवसर पर हमारी दशा से लाभ उठाते हैं। वे हमसे बुरा व्यवहार करते हैं।”

“समय पड़ने पर चूहे और साँप में भी मैत्री हो जाती है।” भगवान विष्णु ने कहा, “इसलिए इस समय असुरों से मित्रता कर लेना ही तुम्हारे हित में है।”

“किंतु भगवन्! हम उनके पास जाने से डरते हैं।” इंद्र बोले।

“तभी तो मैं कहता हूँ कि पहले उनसे संधि करो, उसके बाद समुद्र-मंथन कर अमृत प्राप्त करने का प्रयत्न करो।” भगवान विष्णु ने कहा, “तुम अमृत प्राप्त करने में उन्हीं असुरों की सहायता लो। एक बार यदि तुम लोग अमृत पी लोगे तो फिर तुम्हें उनसे कोई भय नहीं रहेगा।”

"इंद्रलोक का राजकाज चलाने के लिए किसी समर्थ, योग्य और अनुभवी राजा को ही इस पद पर बैठाया जाए।

सबकी सहमति होने पर नहुष को इंद्र की पदवी देकर इंद्रासन सौंप दिया गया। नहुष ने बड़ी कुशलता से राज-काज सँभाल लिया। इंद्रलोक का वैभव देखकर उन्होंने सोचा कि ऐसा सुख और वैभव भूलोक के राजाओं को कहाँ। सचमुच इंद्र होना कितने वैभव और संपदा का स्वामी होना होता है। इसके आगे तो मेरे भूलोक का राज एक दरिद्र का राज लगता है।

इंद्रलोक की चकाचौंध में नहुष अपने कर्त्तव्य पर उतना ध्यान न देकर सुख-वैभव भोगने के बारे में ज्यादा सोचने लगे। उन्होंने यह नहीं सोचा कि वे अस्थायी रूप से इंद्र-पद पर बैठाए गए हैं, बल्कि वे अब अपने को सचमुच का इंद्र समझने लगे। जब वे इंद्र बन गए तो इंद्राणी भी उनकी होनी चाहिए, ऐसा विचार उनके मन में पैदा हुआ।

दरिद्रता के इस अभिशाप ने समाज में उनका सम्मान भी नष्ट कर दिया है।

महर्षि ने क्षुधा की पीड़ा उसके नेत्रों में देखी। भूख के मारे उसके नेत्र अंदर गड़ गए थे। उन्होंने एक दृष्टि उसकी काया पर डाली। पेट पीठ से लग गया था, कँधे झुक गए थे। चलने-फिरने की शक्ति समाप्त हो गई थी। भूख-प्यास ने सब कुछ नष्ट कर दिया था।

ऋषि ने यह अनुभव किया कि दरिद्रता के भय से साथियों ने मुख मोड़ लिया है। पक्षियों ने आश्रम त्याग दिया है। अब कहीं भी उसका कलरव सुनाई नहीं देता। आश्रम के सभी पशु-पक्षी भी धीरे-धीरे उनसे किनारा कर गए हैं। किंतु अग्नि को साक्षी मानकर साथ रहने की प्रतिज्ञा करने वाली पत्नी ने उनका साथ नहीं छोड़ा।

Customer Reviews 3.9 out of 5 stars 24 4.3 out of 5 stars 1,645 4.2 out of 5 stars 55 — 3.4 out of 5 stars 4 Price ₹110.00₹110.00 ₹61.95₹61.95 ₹135.95₹135.95 — ₹62.54₹62.54
ASIN ‏ : ‎ B07654LLGP
Publisher ‏ : ‎ Prabhat Prakashan (1 February 2021)
Language ‏ : ‎ Hindi
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Mythical Creatures and Magical Beasts: An Illustrated Book of Monsters from Timeless Folktales, Folklore and Mythology: Volumes 1 and 2 (Legendary Lores)


ASIN ‏ : ‎ B09YDL849H
Publisher ‏ : ‎ Spent Pens (19 April 2022)
Language ‏ : ‎ English
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CHANAKYA KE SUTRA AUR LEADERSHIP: Timeless Principles for Effective Leadership (Chanakya In Daily Life : A Life Changing Book) (Hindi Edition)

From the Publisher

CHANAKYA KE SUTRA AUR LEADERSHIP by Mamta Jha

CHANAKYA KE SUTRA AUR LEADERSHIPCHANAKYA KE SUTRA AUR LEADERSHIP

यदि लीडर कमजोर हो तो किसी भी शेत्र में सफलता मिलना मुश्किल ही नहीं वरन असंभव है।

चाणक्य ने अपने ग्रंथों में न केवल जीवन जीने की कला का वर्णन किया है अपितु एक कुशल नायक अर्थात लीडर कैसे बने इसका भी विस्तृत वर्णन किया है। एक कुशल लीडर में क्या-क्या गुण होने चाहिए, उसे किस प्रकार अपने प्रत्येक विभागों में सामंजस्य रखना चाहिए, किस प्रकार सुचारू रूप से शासन करना चाहिए, सेना का मनोबल किस प्रकार बढाना चाहिए आदि सभी विषयों पर जानकारी दी है। एक कुशल एवं सचेत लीडर ही सबको एक सूत्र में बांधकर रख सकता है और तभी समस्त कार्य सुचारू रूप से किये जा सकते है। यदि लीडर कमजोर हो तो किसी भी शेत्र में सफलता मिलना मुश्किल ही नहीं वरन असंभव है। लीडर का चरित्र कैसा होना चाहिए, उसे अपने निजी जीवन में भी किन-किन बातों का ध्र्यान रखना चाहिए, किस प्रकार उसे मुश्किल समय में अपने साथियों का मनोबल बढाना चाहिए और भी ऐसी अन्य बातें जो देखने में छोटी लगती है किन्तु बहुत ही महत्वपूर्ण होती हैं, ऐसी सभी आवश्यक बातों का चाणक्य ने अपने ग्रंथों में उल्लेख किया है जो आज के समय में भी समान रूप से महत्वपूर्ण है।चाणक्य विश्व के प्रथम मैनेजमेंट गुरु थे। उन्होंने जीवन के हर क्षेत्र में कुशल प्रबंधन का रास्ता दिखाया। उनके बताए सूत्रों और जीवन-मंत्रों के आधार पर आज भी कैसे अपने जीवन का सही प्रबंधन करके हम सफल हो सकते हैं; इसी बात को इस पुस्तक के जरिए बताने का प्रयास किया गया है। शासन; राज्य; परिवार; समाज; वित्त; सुरक्षा—सभी विषयों पर प्रस्तुत हैं महान् आचार्य चाणक्य के मैनेजमेंट सूत्र; जो आपकोे जीवन के संघर्षों से जूझने की शक्ति प्रदान करेंगे।चाणक्य ने राजनीति को अर्थ दिया; कूटनीति का समावेश किया; दाँव-पेंच के गुर सिखाए; समाज को एक दिशा दिखाई तथा नागरिकों को आचार-संहिता दी। टुकड़ों में बँटे देश को एक विशाल साम्राज्य बनाया तथा सिकंदर के विश्व-विजय के सपने को भारत में ही दफना दिया और एक साधारण व्यक्ति को राह से उठाकर मगध का सम्राट् बनाकर देश की समृद्धि में श्रीवृद्धि की।चाणक्य कूटनीतिज्ञ होने के साथ-साथ एक अर्थशास्त्री भी थे। उनके ग्रंथ ‘अर्थशास्त्र’ में एक राज्य के आदर्श अर्थतंत्र का विशद विवरण है और उसी में राजशाही के संविधान की रूपरेखा भी है। शायद विश्व में चाणक्य का ‘अर्थशास्त्र’ विधि-विधानपूर्वक लिखा गया राज्य का पहला संविधान है।

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लेखिका की अन्य प्रसिद्ध कृतियां।

CHANAKYA AUR AADHUNIK MANAGEMENT

CHANAKYA AUR AADHUNIK MANAGEMENT

CHANAKYA KE MANAGEMENT SOOTRA

CHANAKYA KE MANAGEMENT SOOTRA

CHANAKYA KE SUTRA AUR LEADERSHIP

CHANAKYA KE SUTRA AUR LEADERSHIP CHANAKYA AUR AADHUNIK MANAGEMENT

चाणक्य कूटनीतिज्ञ होने के साथसाथ एक अर्थशास्त्री भी थे। उनके ग्रंथ ‘अर्थशास्त्र’ में एक राज्य के आदर्श अर्थतंत्र का विशद विवरण है और उसी में राजशाही के संविधान की रूपरेखा भी है। शायद विश्व में चाणक्य का ‘अर्थशास्त्र’ विधिविधानपूर्वक लिखा गया राज्य का पहला संविधान है।

CHANAKYA KE MANAGEMENT SOOTRA

चाणक्य विश्व के प्रथम मैनेजमेंट गुरु थे। उन्होंने जीवन के हर क्षेत्र में कुशल प्रबंधन का रास्ता दिखाया। उनके बताए सूत्रों और जीवन-मंत्रों के आधार पर आज भी कैसे अपने जीवन का सही प्रबंधन करके हम सफल हो सकते हैं; इसी बात को इस पुस्तक के जरिए बताने का प्रयास किया गया है।

CHANAKYA KE SUTRA AUR LEADERSHIP

चाणक्य ने राजनीति को अर्थ दिया; कूटनीति का समावेश किया; दाँवपेंच के गुर सिखाए; समाज को एक दिशा दिखाई तथा नागरिकों को आचारसंहिता दी। टुकड़ों में बँटे देश को एक विशाल साम्राज्य बनाया तथा सिकंदर के विश्वविजय के सपने को भारत में ही दफना दिया और एक साधारण व्यक्ति को राह से उठाकर मगध का सम्राट् बनाकर देश की समृद्धि में श्रीवृद्धि की। चाणक्य विश्व के प्रथम मैनेजमेंट गुरु थे।

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Mamta Jha

जन्म : 13 जनवरी, 1973 को सरीसाब पाही (मधुबनी), बिहार में।शिक्षा : हिंदी में स्नातकोत्तर।कृतित्व : लेखिका ने आत्मविकास, समसामयिक विषयों पर पुस्तकें और अनेक महापुरुषों की जीवनियाँ लिखी हैं। पत्र-पत्रिकाओं में नियमित स्तंभ भी प्रकाशित।
ASIN ‏ : ‎ B07LH2G97V
Publisher ‏ : ‎ Prabhat Prakashan (19 December 2018)
Language ‏ : ‎ Hindi
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TOP INSPIRING THOUGHTS OF CHANAKYA by M.D. Sharma [Wisdom Unveiled: Discovering the Timeless Thoughts of Chanakya] (Chanakya In Daily Life : A Life Changing Book)

From the Publisher

TOP INSPIRING THOUGHTS OF CHANAKYA

TOP INSPIRING THOUGHTS OF CHANAKYATOP INSPIRING THOUGHTS OF CHANAKYA

"A man is great by deeds, not by birth." - Chanakya

Chanakya was an ancient Indian teacher, philosopher, economist, jurist and royal advisor. He is traditionally identified as Kauṭilya or Vishnugupta, who authored the ancient Indian political treatise, the Arthashastra, a text dated to roughly between the 3rd century BCE and the 3rd century CE.

As such, he is considered the pioneer of the field of political science and economics in India, and his work is thought of as an important precursor to classical economics. His works were lost near the end of the Gupta Empire in the 6th century CE and not rediscovered until the early 20th century.

Chanakya assisted the first Mauryan emperor Chandragupta in his rise to power. He is widely credited for having played an important role in the establishment of the Maurya Empire. Chanakya served as the chief advisor to both emperors Chandragupta and his son Bindusara.

"We should not fret for what is past, nor should we be anxious about the future; men of discernment deal only with the present moment." - Chanakya"Books are as useful to a stupid person as a mirror is useful to a blind person." - Chanakya"One whose knowledge is confined to books and whose wealth is in the possession of others can use neither knowledge nor wealth when the need for them arises." - Chanakya"Once you start working on something, don’t be afraid of failure and don’t abandon it. People who work sincerely are the happiest." - Chanakya

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ASIN ‏ : ‎ B08HR3TM7N
Publisher ‏ : ‎ Prabhat Prakashan (9 September 2020)
Language ‏ : ‎ English
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Panchatantra Ki Yadgar Kahaniya: Timeless Tales of Wisdom and Morality (Hindi Edition)

Panchatantra Ki Yadgar Kahaniya by Mahesh Dutt Sharma: This book provides a collection of famous stories from Panchatantra, one of the oldest collections of Indian fables and tales. With its focus on moral and ethical values, "Panchatantra Ki Yadgar Kahaniya" is a must-read for anyone interested in Indian literature and culture.
Key Aspects of the Book "Panchatantra Ki Yadgar Kahaniya":
Moral and ethical values: The book highlights the moral and ethical values underlying the stories of Panchatantra, offering valuable insights into Indian philosophy and culture.
Classic literature: The book provides a cultural and historical perspective on the evolution of Indian literature, showcasing the enduring popularity of Panchatantra.
Inspiring Stories: The book tells a range of inspiring and thought-provoking stories, providing valuable lessons for readers of all ages.
Mahesh Dutt Sharma is a writer and cultural historian who has written extensively on Indian literature and culture. "Panchatantra Ki Yadgar Kahaniya" is one of his most popular works.