The seven Indian Chakras through the vision of Kabbalah (MEDITATION AND KABBALAH Book 1)
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Language : English
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Print length : 74 pages
777 Hz Third Eye Activation Meditation | Clarify & Awaken Your Inner Vision | Ambient Flute Music
The Temple of Nirvana was created to help you activate your third eye, awaken your spiritual vision and dissolve any blocks that may be obstructing your intuition and inner knowing. In our modern culture, we are trained to focus primarily on our external senses while ignoring the more powerful, subtle capacities of our souls. Through […]
Pralaya (Krishna Ki Atmakatha Vol. VIII) (Hindi Edition): Manu Sharma’s Vision of Krishna’s Apocalypse
From the Publisher
ASIN : B07CS77G1J
Publisher : Prabhat Prakashan (1 May 2018)
Language : Hindi
File size : 1984 KB
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Pralaya (Krishna Ki Atmakatha Vol. VIII) by Manu Sharma
कर्म; भक्ति; नैतिकता और जीवन-मूल्यों का व्यावहारिक ज्ञान देनेवाली पुस्तक।
भगवान् श्रीकृष्ण का पृथ्वीलोक पर अवतरण ऐसे समय में हुआ था; जब यहाँ पर अन्याय; अधर्म और अनीति का प्रसार हो रहा था। आसुरी शक्तियाँ प्रभावी हो रही थीं और संतों; ऋषि-मुनियों के साथ-साथ सामान्य जनों का जीवन दूभर हो गया था; यहाँ तक कि स्वयं पृथ्वी भी बढ़ते अत्याचारों से त्राहि-त्राहि कर उठी थी।मुझे देखना हो तो तूफानी सिंधू की उत्ताल तरंगों में देखो। हिमालय के उत्तुंग शिखर पर मेरी शीतलता का अनुभव करो। सहस्रों सूर्यों का समवेत ताप मेरा ही ताप है। एक साथ सहस्रों ज्वालामुखियों का विस्फोट मेरा ही विस्फोट है। शंकर के तृतीय नेत्र की प्रलयंकर ज्वाला मेरी ही ज्वाला है। शिव का तांडव मैं हूँ; प्रलय में मैं हूँ; लय में मै हूँ; विलय में मैं हूँ। प्रलय के वात्याचक्र का नर्तन मेरा ही नर्तन है। जीवन और मृत्यु मेरा ही विवर्तन है। ब्राह्मांड में मैं हूँ; ब्राह्मांड मुझमें है। संसार की सारी क्रियमाण शक्ति मेरी भुजाओं में है। मेरे पगों की गति धरती की गति है। आप किसे शापित करेंगे; मेरे शरीर को ? यह तो शापित है; और जिस दिन मैंने यह शरीर धारणा किया था उसी दिन यह मृत्यु से शापित हो गया था।कृष्ण के अनगिनत आयाम हैं। दूसरे उपन्यासों में कृष्ण के किसी विशिष्ट आयाम को लिया गया है। किंतु आठ खंडों में विभक्त इस औपन्यासिक श्रृंखला ‘कृष्ण की आत्मकथा’ में कृष्ण को उनकी संपूर्णता और समग्रता में उकेरने का सफल प्रयास किया गया है। किसी भी भाषा में कृष्णचरित को लेकर इतने विशाल और प्रशस्त कैनवस का प्रयोग नहीं किया है।यथार्थ कहा जाए तो ‘कृष्ण की आत्मकथा’ एक उपनिषदीय कृति है। ‘कृष्ण की आत्मकथा श्रृंखला के आठों ग्रंथ’ नारद की भविष्यवाणी दुरभिसंधि द्वारका की स्थापना लाक्षागृह खांडव दाह राजसूय यज्ञ संघर्ष प्रलय Customer Reviews 4.5 out of 5 stars 62 4.6 out of 5 stars 87 4.4 out of 5 stars 73 4.3 out of 5 stars 70 4.5 out of 5 stars 132 Price ₹27.49₹27.49 ₹57.82₹57.82 ₹27.49₹27.49 ₹57.82₹57.82 ₹57.82₹57.82
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Publisher : Prabhat Prakashan (1 May 2018)
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A vision for Youth: Chandigarh INDIA alliance candidate intellectual plan for youth| The Pulse Talk|
With an intellectual vision, Manish Tewari, INDIA alliance candidate from Chandigarh shared his plan for the youth of City beautiful. Must watch the full episode 5 of “The Pulse Talk” only on PU Pulse YouTube channel. Link in bio. . . . #Manishtewari #thepulsetalk #chandigarh #loksabhaelections #incchandigarh #inc #congress #indiaalliance #aamadmiparty #loksabha2024 #chandigarhians #chandigarhcolleges #panjabuniversity […]